मऊ/रतनपुरा। रतनपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार को जांच के लिए पहुंचे सीएमओ को दवा स्टोर पर ताला लगा मिला। पता चला कि चार माह से स्टोर का ताला खुला ही नहीं है। इसपर उन्होंने अपने सामने ताला तुड़वाया और स्टोर में जाकर जांच की।
सरकारी अस्पतालों में दवा वितरण को लेकर आए दिन शिकायत होती है। इस बीच तीन दिन पहले रतनपुरा के गुलौरी गांव के एक कुएं में सरकारी दवाओं के मिलने के बाद सीएमओ सीएचसी-पीएचसी पर जांच के लिए निकले। रविवार की सुबह करीब 11 बजे मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेश अग्रवाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोगापुर निरीक्षण पहुंचे।
उन्होंने हलधरपुर थाना क्षेत्र के लसरा ग्राम पंचायत में हुई मारपीट में घायलों के उपचार की जानकारी ली और इसके बाद स्टोर रूम के तरफ पहुंचे। यहां उन्होंने पाया कि स्टोर के फाटक पर ताला लटक रहा है। उन्होंने स्टोर रूम को खोलने के लिए कहा। इसपर चिकित्सकों तथा स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि स्टोर रूम की चाबी पूर्व चीफ फार्मासिस्ट धनंजय तिवारी के पास है। लेकिन उनका लगभग 4 माह पूर्व प्रतापगढ़ के लिए स्थानांतरण हो चुका है।
इतना सुनते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिफर पड़े और अस्पताल के दो चिकित्सकों तथा दो फार्मासिस्टों के समक्ष ही स्टोर रूम के ताले को तुड़वाया। स्टोर रूम के अंदर की दुर्दशा देखकर मौजूद चिकित्सकों पर नारजगी जताई। इस संबंध में उन्होंने सीएचसी प्रभारी डॉ. हंसराज सोनी जो उस समय मौजूद नहीं थे उन्हें फोन कर इस संबंध में जानकारी ली। लापरवाही तथा मनमाना रवैया को लेकर नाराजगी जताई।
स्टोर रूम में लाखों की दवाइयों के साथ मास्क, ग्लूकोज की बोतल, आयरन की गोलियां फर्श पर बिखरीं पड़ी थीं। इतना ही नहीं रैक के बजाए उन्हें फर्श पर बेतरतीब तरीके से रखा गया। इस संबंध में सीएमओ डॉ. नरेश अग्रवाल ने बताया स्टोर में रखी गई दवाइयों की रिपोर्ट बनाने के साथ अब तक सीएचसी में मरीजों को वितरित हुई दवाइयों का रेकार्ड दो दिन के भीतर देने का निर्देश केंद्र प्रभारी को दिया गया है।
कहा कि यहां लाखों मूल्य की दवाइयां बेतरतीब तरीके से डंप मिलीं। इसकी रिपोर्ट बनाने के साथ स्टोर पर दूसरा ताला लगवाया गया। मानीटरिंग का निर्देश सीएचसी प्रभारी को दिया गया है। इस दौरान सीएमओ काफी नराज दिखे।