मेरठ। आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के लिहाज से अतिसंवेदनशील मेरठ एक बार फिर चर्चा में है। मध्य प्रदेश के मुरैना से ग्वालियर जा रही बस में टाइम बम और आरडीएक्स की खेप पकड़े जाने के मामले में मध्य प्रदेश स्पेशल ब्रांच पुलिस बुधवार को फिर मेरठ पहुंची। टीम को सरधना और परीक्षितगढ़ क्षेत्र के तीन युवकों की तलाश है। अंदेशा इनका किसी आतंकी संगठन के कैरियर का भी है। टीम ने दोनों थाना क्षेत्रों में जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। दो-तीन दिन में सभी पहलुओं की जांच रिपोर्ट सामने आने की उम्मीद है।
बुधवार को यहां पहुंची मध्य प्रदेश पुलिस की स्पेशल टीम के प्रभारी राहुल कुमार के अनुसार विगत 12 दिसंबर को मुरैना से ग्वालियर जा रही बस में एक लावारिस बैग मिला था। जिसमें एक टाइम बम और आरडीएक्स बरामद हुआ था। अंदेशा था कि आरडीएक्स का इस्तेमाल आतंकी वारदात में किया जाना था। बैग में मिली एक अखबार की पुरानी कटिंग के आधार पर स्पेशल ब्रांच पुलिस को थाना सरधना क्षेत्र के दो और थाना परीक्षितगढ़ क्षेत्र के एक युवक की तलाश है। तीनों एक समुदाय विशेष से हैं।
तीनों युवकों का आपराधिक इतिहास और उनका गैंग के साथ कनेक्शन जानने के लिए एमपी पुलिस ने एसएसपी के. सत्यनारायणा से मदद मांगी। एसएसपी ने इंस्पेक्टर सरधना और एसओ परीक्षितगढ़ को सहयोग करने को कहा है।
मेरठ। आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के लिहाज से अतिसंवेदनशील मेरठ एक बार फिर चर्चा में है। मध्य प्रदेश के मुरैना से ग्वालियर जा रही बस में टाइम बम और आरडीएक्स की खेप पकड़े जाने के मामले में मध्य प्रदेश स्पेशल ब्रांच पुलिस बुधवार को फिर मेरठ पहुंची। टीम को सरधना और परीक्षितगढ़ क्षेत्र के तीन युवकों की तलाश है। अंदेशा इनका किसी आतंकी संगठन के कैरियर का भी है। टीम ने दोनों थाना क्षेत्रों में जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। दो-तीन दिन में सभी पहलुओं की जांच रिपोर्ट सामने आने की उम्मीद है।
बुधवार को यहां पहुंची मध्य प्रदेश पुलिस की स्पेशल टीम के प्रभारी राहुल कुमार के अनुसार विगत 12 दिसंबर को मुरैना से ग्वालियर जा रही बस में एक लावारिस बैग मिला था। जिसमें एक टाइम बम और आरडीएक्स बरामद हुआ था। अंदेशा था कि आरडीएक्स का इस्तेमाल आतंकी वारदात में किया जाना था। बैग में मिली एक अखबार की पुरानी कटिंग के आधार पर स्पेशल ब्रांच पुलिस को थाना सरधना क्षेत्र के दो और थाना परीक्षितगढ़ क्षेत्र के एक युवक की तलाश है। तीनों एक समुदाय विशेष से हैं।
तीनों युवकों का आपराधिक इतिहास और उनका गैंग के साथ कनेक्शन जानने के लिए एमपी पुलिस ने एसएसपी के. सत्यनारायणा से मदद मांगी। एसएसपी ने इंस्पेक्टर सरधना और एसओ परीक्षितगढ़ को सहयोग करने को कहा है।