स सपा के जिला पंचायत सदस्य के भाईपर हुए जानलेवा हमले के आरोपियों को पुलिस भूल गई। आरोपियों की तलाश में सार्विलांस टीम लगाई गई थी, मगर उसके भी हाथ खाली हैं। बदमाशों को चिन्हित करने वाली पुलिस अब तक उनका नाम तक नहीं बता सकी। फिलहाल जेठवारा पुलिस की कार्यप्रणाली से लोगों में आक्रोश है।
जेठवारा थाना क्षेत्र के सरियापुर प्रधानपति व सपा नेता राजकुमार यादव को छह अक्तूबर के दिन नौबस्ता के करीब बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े गोली मार दी थी। गोली लगने से घायल राजकुमार यादव को उपचार के लिए मेदांता लखनऊ में ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके उनके पेट से गोलियां तो निकाल दीं, लेकिन हालत में सुधार न होते देख डॉक्टरों ने मेदांता अस्पताल गुरुग्राम भेज दिया। जहां पर आज भी वह जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
पुलिस अफसर गोली मारने वाले बदमाशों को चिन्हित करते हुए जल्द ही घटना का खुलासा करने का दावा कर रहे थे, मगर एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस अधीक्षक ने घटना का खुलासा करने के लिए फतेहपुर से आए सार्विलांस के जानकार उपनिरीक्षक व सार्विलांस प्रभारी को लगाया।
मगर अभी तक सार्विलांस टीम सपा नेता पर हमला करने वाले आरोपियों को खोज नहीं सकी। जबकि नौबस्ता व सरियापुर में अंजान लोगों की आवाजाही से परिवार के लोग भयभीत हैं। सपा नेता की पत्नी प्रधान नीलम यादव व छोटे भाई जिला पंचायत सदस्य महेंद्र उर्फ बबलू यादव लगातार जिला प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
स सपा के जिला पंचायत सदस्य के भाईपर हुए जानलेवा हमले के आरोपियों को पुलिस भूल गई। आरोपियों की तलाश में सार्विलांस टीम लगाई गई थी, मगर उसके भी हाथ खाली हैं। बदमाशों को चिन्हित करने वाली पुलिस अब तक उनका नाम तक नहीं बता सकी। फिलहाल जेठवारा पुलिस की कार्यप्रणाली से लोगों में आक्रोश है।
जेठवारा थाना क्षेत्र के सरियापुर प्रधानपति व सपा नेता राजकुमार यादव को छह अक्तूबर के दिन नौबस्ता के करीब बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े गोली मार दी थी। गोली लगने से घायल राजकुमार यादव को उपचार के लिए मेदांता लखनऊ में ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके उनके पेट से गोलियां तो निकाल दीं, लेकिन हालत में सुधार न होते देख डॉक्टरों ने मेदांता अस्पताल गुरुग्राम भेज दिया। जहां पर आज भी वह जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
पुलिस अफसर गोली मारने वाले बदमाशों को चिन्हित करते हुए जल्द ही घटना का खुलासा करने का दावा कर रहे थे, मगर एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस अधीक्षक ने घटना का खुलासा करने के लिए फतेहपुर से आए सार्विलांस के जानकार उपनिरीक्षक व सार्विलांस प्रभारी को लगाया।
मगर अभी तक सार्विलांस टीम सपा नेता पर हमला करने वाले आरोपियों को खोज नहीं सकी। जबकि नौबस्ता व सरियापुर में अंजान लोगों की आवाजाही से परिवार के लोग भयभीत हैं। सपा नेता की पत्नी प्रधान नीलम यादव व छोटे भाई जिला पंचायत सदस्य महेंद्र उर्फ बबलू यादव लगातार जिला प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।