समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रचना सिंह के एक वीडियो पर विवाद शुरू हो गया है। रचना ने अपने ट्विटर हैंडल से इसे शेयर किया है। इसमें सपा कार्यकर्ता रोड शो करते हुए नजर आ रहे हैं।
विवाद इसके बैकग्राउंड म्यूजिक को लेकर है। वीडियो के बैकग्राउंड म्यूजिक में मां तुझे सलाम गाने को शामिल किया गया है। जिसमें सपा कार्यकर्ताओं के रोड शो के जरिए कहा जा रहा है, 'हिम्मत है जो तो रोक ले, सख्ती से हम डरते नहीं। अपना लहू कहता है ये...हम वीर हैं... मरते नहीं। फूंक डालो दुश्मनों को, काट डालो इन **** को।'
इस गाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने आपत्ति जताई है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्विटर पर चुनाव आयोग को टैग करते हुए कार्रवाई की मांग की है। शहजाद का कहना है कि समाजवादी पार्टी खुलेआम काटने, फूंकने की धमकी दे रही है। ये लोगों को भड़काने का काम है।
यूपी पुलिस भी एक्शन में
ट्विटर पर चुनाव आयोग से शिकायत करते ही उत्तर प्रदेश पुलिस भी हरकत में आ गई। ट्विटर पर ही यूपी पुलिस ने मामले में कानपुर देहात पुलिस को इस मामले में उचित कार्रवाई का निर्देश दिया है।
भाजपा ने क्या कहा?
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला का कहना है कि समाजवादी पार्टी ऐसे शब्दों का प्रयोग करके चुनाव के माहौल को खराब करना चाहती है। सपा के लोग दंगा भड़काना चाहते हैं। शहजाद ने आयोग से इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है।
आज नोटिस का जवाब देना होगा
इसके पहले 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन मामले में चुनाव आयोग नोटिस जारी कर चुका है। शनिवार को चुनाव आयोग ने सपा को लखनऊ कार्यालय में वर्चुअल (आभासी) रैली के नाम पर जनसभा आयोजित करने के लिए नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि इस मामले में उपलब्ध सामग्री और मौजूदा निर्देशों पर विचार करने के बाद चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी को इस बारे में अपना रुख स्पष्ट करने का अवसर प्रदान करने का निर्णय लिया है।
सपा महासचिव को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि इस नोटिस की प्राप्ति के 24 घंटे के भीतर आपका स्पष्टीकरण आयोग के पास पहुंचे। ऐसा न होने पर आयोग इस मामले में उचित निर्णय लेगा। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव सात चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच होंगे। फिलहाल महामारी को देखते हुए जनसभा और रैलियों पर रोक है।
विस्तार
समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रचना सिंह के एक वीडियो पर विवाद शुरू हो गया है। रचना ने अपने ट्विटर हैंडल से इसे शेयर किया है। इसमें सपा कार्यकर्ता रोड शो करते हुए नजर आ रहे हैं।
विवाद इसके बैकग्राउंड म्यूजिक को लेकर है। वीडियो के बैकग्राउंड म्यूजिक में मां तुझे सलाम गाने को शामिल किया गया है। जिसमें सपा कार्यकर्ताओं के रोड शो के जरिए कहा जा रहा है, 'हिम्मत है जो तो रोक ले, सख्ती से हम डरते नहीं। अपना लहू कहता है ये...हम वीर हैं... मरते नहीं। फूंक डालो दुश्मनों को, काट डालो इन **** को।'
इस गाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने आपत्ति जताई है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्विटर पर चुनाव आयोग को टैग करते हुए कार्रवाई की मांग की है। शहजाद का कहना है कि समाजवादी पार्टी खुलेआम काटने, फूंकने की धमकी दे रही है। ये लोगों को भड़काने का काम है।
यूपी पुलिस भी एक्शन में
ट्विटर पर चुनाव आयोग से शिकायत करते ही उत्तर प्रदेश पुलिस भी हरकत में आ गई। ट्विटर पर ही यूपी पुलिस ने मामले में कानपुर देहात पुलिस को इस मामले में उचित कार्रवाई का निर्देश दिया है।
भाजपा ने क्या कहा?
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला का कहना है कि समाजवादी पार्टी ऐसे शब्दों का प्रयोग करके चुनाव के माहौल को खराब करना चाहती है। सपा के लोग दंगा भड़काना चाहते हैं। शहजाद ने आयोग से इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है।
आज नोटिस का जवाब देना होगा
इसके पहले 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन मामले में चुनाव आयोग नोटिस जारी कर चुका है। शनिवार को चुनाव आयोग ने सपा को लखनऊ कार्यालय में वर्चुअल (आभासी) रैली के नाम पर जनसभा आयोजित करने के लिए नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि इस मामले में उपलब्ध सामग्री और मौजूदा निर्देशों पर विचार करने के बाद चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी को इस बारे में अपना रुख स्पष्ट करने का अवसर प्रदान करने का निर्णय लिया है।
सपा महासचिव को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि इस नोटिस की प्राप्ति के 24 घंटे के भीतर आपका स्पष्टीकरण आयोग के पास पहुंचे। ऐसा न होने पर आयोग इस मामले में उचित निर्णय लेगा। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव सात चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच होंगे। फिलहाल महामारी को देखते हुए जनसभा और रैलियों पर रोक है।