न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Published by: गीतार्जुन गौतम
Updated Tue, 24 Dec 2019 08:50 PM IST
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर बीएचयू में छात्र एक बार विरोध मे उतर आए हैं। कई छात्रों ने बीएचयू के दीक्षांत समारोह में एक छात्र ने मेडल लेने से मना कर दिया है। तो वहीं इसके साथ में कला संकाय के छात्र भी समर्थन में आ गए हैं। वह सीएए को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस दौरान छात्र कला संकाय में उन छात्रों के पोस्टर लेकर खड़े हुए हैं, जिन्हें पुलिस ने नागरिकता काननू को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हिरासत में लिया था।
बीएचयू के 101वें दीक्षांत में मंगलवार को हिस्ट्री ऑफ आर्ट्स के छात्र रजत सिंह ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) मामले में बनारस में हुई गिरफ्तारियों के विरोध में अपना मेडल लेने से मना कर दिया। आरोप है कि बनारस में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे 70 लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया था।
बनारस के प्रदर्शन में किसी भी प्रकार की कोई हिंसा नही हुई थी। उसके बावजूद पुलिस ने बीएचयू के छात्रों को डराने के लिए फर्जी मुकदमें लगाए हैं। अब इन छात्रों के समर्थन में बीएचयू कला संकाय के और भी छात्र आ गए हैं। जो हाथों में पोस्टर लेकर नागरिकता काननू का विरोध कर रहे हैं।
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर बीएचयू में छात्र एक बार विरोध मे उतर आए हैं। कई छात्रों ने बीएचयू के दीक्षांत समारोह में एक छात्र ने मेडल लेने से मना कर दिया है। तो वहीं इसके साथ में कला संकाय के छात्र भी समर्थन में आ गए हैं। वह सीएए को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस दौरान छात्र कला संकाय में उन छात्रों के पोस्टर लेकर खड़े हुए हैं, जिन्हें पुलिस ने नागरिकता काननू को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हिरासत में लिया था।
बीएचयू के 101वें दीक्षांत में मंगलवार को हिस्ट्री ऑफ आर्ट्स के छात्र रजत सिंह ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) मामले में बनारस में हुई गिरफ्तारियों के विरोध में अपना मेडल लेने से मना कर दिया। आरोप है कि बनारस में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे 70 लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया था।