वाराणसी के रामनगर क्षेत्र में गुरुवार की भोर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 50 हजार के अंतर प्रांतीय इनामी बदमाश वंशोपन और उसके छोटे भाई मिथुन खरवार को गिरफ्तार कर लिया। आमने-सामने हुई फायरिंग में रामनगर थाने का सिपाही सूरज कुमार सिंह और वंशोपन व मिथुन घायल हुए हैं।
दोनों बदमाशों के पास से पुलिस ने .32 बोर की देसी पिस्टल, एक तमंचा और छह कारतूस बरामद किए हैं। वंशोपन बीते छह साल से फरार था। उस पर डकैती, हत्या, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट सहित अन्य आरोपों में जिले के अलग-अलग थानों में केस दर्ज हैं।
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि इंस्पेक्टर रामनगर अनूप कुमार शुक्ला और थानाध्यक्ष शिवपुर नागेश कुमार सिंह रात्रिकालीन गश्त के दौरान रामनगर कस्बे में मिले। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि इनामी अपराधी बिहार के रोहतास जिले का सासाराम निवासी वंशोपन अपने छोटे भाई मिथुन के साथ रामनगर कस्बे की ओर पैदल जा रहा है।
इंस्पेक्टर रामनगर और थानाध्यक्ष शिवपुर ने फोर्स के साथ घेरेबंदी की तो वंशोपन और मिथुन ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। करीब 12 राउंड की फायरिंग में सिपाही सूरज के बाएं हाथ, वंशोपन के दाएं पैर और मिथुन के बाएं हाथ पर गोली लगी।
दोनों बदमाशों को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर और सिपाही को मलदहिया स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, वंशोपन से पूछताछ कर उसके गिरोह के अन्य सदस्योें के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।
21 दिसंबर 2012 की रात फूलपुर थाना अंतर्गत नाथपुर गांव में रिटायर्ड फौजी कृष्णभूषण त्रिपाठी के घर में डकैती पड़ी थी। विरोध करने पर उनके इकलौते बेटे रजनीश उर्फ आशीष को बदमाशों ने गोली मार दी थी। तभी से वंशोपन वांछित चल रहा था। इस बीच उसने उत्तर प्रदेश और बिहार में घुमंतू गिरोहों के साथ कई वारदातों को अंजाम दिया।
कृष्णभूषण ने कहा कि वंशोपन को पुलिस जान से मार देती तो उनके कलेजे को ठंडक पहुंचती। एसएसपी ने बताया कि दोनोें बदमाशों की गिरफ्तारी में इंस्पेक्टर रामनगर और थानाध्यक्ष शिवपुर के साथ एसआई अजय प्रताप सिंह व अनिल, संजय कुमार दुबे, विशंभर नाथ राय, दीपक सिंह, सूरज सिंह, राहुल सिंह, लोकनाथ सिंह और राजेश शामिल रहे।
50 हजार के इनामी बदमाश वंशोपन व उसके भाई मिथुन और इससे पहले बुधवार की रात 25 हजार के इनामी बदमाश शाहनवाज उर्फ भंटू की गिरफ्तारी को गुरुवार को प्रदेश भर की पुलिस की कार्रवाई में पहला स्थान मिला। इसके लिए यूपी पुलिस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर एसएसपी और वाराणसी पुलिस को बधाई दी गई।
वाराणसी के रामनगर क्षेत्र में गुरुवार की भोर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 50 हजार के अंतर प्रांतीय इनामी बदमाश वंशोपन और उसके छोटे भाई मिथुन खरवार को गिरफ्तार कर लिया। आमने-सामने हुई फायरिंग में रामनगर थाने का सिपाही सूरज कुमार सिंह और वंशोपन व मिथुन घायल हुए हैं।
दोनों बदमाशों के पास से पुलिस ने .32 बोर की देसी पिस्टल, एक तमंचा और छह कारतूस बरामद किए हैं। वंशोपन बीते छह साल से फरार था। उस पर डकैती, हत्या, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट सहित अन्य आरोपों में जिले के अलग-अलग थानों में केस दर्ज हैं।
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि इंस्पेक्टर रामनगर अनूप कुमार शुक्ला और थानाध्यक्ष शिवपुर नागेश कुमार सिंह रात्रिकालीन गश्त के दौरान रामनगर कस्बे में मिले। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि इनामी अपराधी बिहार के रोहतास जिले का सासाराम निवासी वंशोपन अपने छोटे भाई मिथुन के साथ रामनगर कस्बे की ओर पैदल जा रहा है।
इंस्पेक्टर रामनगर और थानाध्यक्ष शिवपुर ने फोर्स के साथ घेरेबंदी की तो वंशोपन और मिथुन ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। करीब 12 राउंड की फायरिंग में सिपाही सूरज के बाएं हाथ, वंशोपन के दाएं पैर और मिथुन के बाएं हाथ पर गोली लगी।
दोनों बदमाशों को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर और सिपाही को मलदहिया स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, वंशोपन से पूछताछ कर उसके गिरोह के अन्य सदस्योें के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।