बनारस में इस सप्ताह दूसरी बार नो इंट्री में घुटे ट्रक ने एक छात्र की जान ले ली। नो इंट्री के बावजूद ट्रक शहरी सीमा में लगातार घुस रहे हैं और हादसे का सबब बन रहे हैं। शिवपुर के भरलाई बाईपास पर सुबह करीब नौ बजे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार छात्र मनीष कुमार (19) को टक्कर मार दी।
पहिये के नीचे आने से छात्र की मौके पर ही मौत हो गई। मनीष अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। लोगों का आरोप है कि पुलिस पैसे लेकर भारी वाहनों को शहर में जाने की अनुमति देती है। इसकी जानकारी अधिकारियों को भी है लेकिन सख्ती नहीं करते।
भरलाई गांव निवासी मनीष कुमार अपने मौसेरे भाई प्रवीण के साथ बाइक से घर का सामान लेने के लिए निकला था। घर से कुछ ही दूरी पर जौनपुर से वाराणसी जा रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दी, जिससे बाइक चला रहा मनीष असंतुलित होकर गिर गया।
ट्रक उसे कुचलते हुए भागने लगा। क्षेत्रीय लोगों ने पीछा किया तो ट्रक छोड़कर चालक भाग गया। ट्रक पर यूरिया खाद लदी थी। घटना कि जानकारी होने पर परिवार के लोग भी मौके पर पहुंच गए।मां सुनीता देवी रोते हुए बार-बार बेहोश हो जा रही थी।
बहन बरखा ने एक दिन पहले ही भाई कि लंबी उम्र के लिए भैयादूज का व्रत रखा था। हादसे से नाराज लोगों ने जाम लगाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने डंडा पटक कर लोगों को खदेड़ा। मनीष क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल में इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहा था। मनीष के पिता चेखुरी राम सिंचाई विभाग में लिपिक हैं।
बनारस में इस सप्ताह दूसरी बार नो इंट्री में घुटे ट्रक ने एक छात्र की जान ले ली। नो इंट्री के बावजूद ट्रक शहरी सीमा में लगातार घुस रहे हैं और हादसे का सबब बन रहे हैं। शिवपुर के भरलाई बाईपास पर सुबह करीब नौ बजे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार छात्र मनीष कुमार (19) को टक्कर मार दी।
पहिये के नीचे आने से छात्र की मौके पर ही मौत हो गई। मनीष अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। लोगों का आरोप है कि पुलिस पैसे लेकर भारी वाहनों को शहर में जाने की अनुमति देती है। इसकी जानकारी अधिकारियों को भी है लेकिन सख्ती नहीं करते।
भरलाई गांव निवासी मनीष कुमार अपने मौसेरे भाई प्रवीण के साथ बाइक से घर का सामान लेने के लिए निकला था। घर से कुछ ही दूरी पर जौनपुर से वाराणसी जा रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दी, जिससे बाइक चला रहा मनीष असंतुलित होकर गिर गया।
ट्रक उसे कुचलते हुए भागने लगा। क्षेत्रीय लोगों ने पीछा किया तो ट्रक छोड़कर चालक भाग गया। ट्रक पर यूरिया खाद लदी थी। घटना कि जानकारी होने पर परिवार के लोग भी मौके पर पहुंच गए।मां सुनीता देवी रोते हुए बार-बार बेहोश हो जा रही थी।
बहन बरखा ने एक दिन पहले ही भाई कि लंबी उम्र के लिए भैयादूज का व्रत रखा था। हादसे से नाराज लोगों ने जाम लगाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने डंडा पटक कर लोगों को खदेड़ा। मनीष क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल में इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहा था। मनीष के पिता चेखुरी राम सिंचाई विभाग में लिपिक हैं।