एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के चौरास परिसर तक बस संचालन के एवज में वार्षिक 50 रुपये फीस लिए जाने पर छात्र संगठन जय हो और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने ऐतराज जताया है। दोनों संगठनों के सदस्य विरोध स्वरूप दीक्षांत समारोह स्थल स्वामी मन्मथन प्रेक्षागृह में धरने में बैठ गए। विश्वविद्यालय के अधिकारियों की ओर से छात्रों को समझाने की कोशिश भी विफल रही।
बता दें कि बिड़ला परिसर के छात्र संघ के साथ वार्ता के बाद गढ़वाल विश्वविद्यालय ने चौरास परिसर तक एक हफ्ते के अंदर बस संचालन की अनुमति दे दी। अतिरिक्त बस संचालन के लिए वार्षिक 50 रुपये शुल्क लेने पर भी सहमति बनी। छात्र संघ और विश्वविद्यालय के इस निर्णय से जय हो व एबीवीपी कुछ छात्र नेता सहमत नहीं है। दोनों संगठनों के सदस्य बृहस्पतिवार को स्वामी मन्मथन प्रेक्षागृह के अंदर धरने पर बैठ गए। छात्र नेताओं का कहना था कि तत्काल बस चलाई जाए। साथ ही 50 रुपये न लिए जाएं। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय चौरास मोटर पुल तक छात्रों के लिए फ्री बस सेवा चला सकता है, तो परिसर के अंदर तक फ्री क्यों नहीं चला सकता है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. महावीर नेगी और मुख्य नियंता प्रो. भानु प्रसाद नैथानी छात्रों को समझाने पहुंचे, लेकिन छात्र मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की मांग पर अड़े रहे। धरना-प्रदर्शन में अमन पंत, कैवल्य जखमोला, बीरेंद्र बिष्ट, सुधांशु थपलियाल, सूरज नेगी, चेतन्य कुकरेती, चिराग बहुगुणा, अंकित रावत व पुनीत अग्रवाल आदि शामिल थे।