चार माह पहले नदी में बहे सहायक उप निरीक्षक जगत बंधु जोशी की घर वापसी की राह देखते हुए उनके राज्य आंदोलनकारी बुजुर्ग पिता व माता की आंखें पथरा गई हैं। वह बेटे की खोज के लिए गांव से देहरादून इस उम्मीद में आए कि पुलिस विभाग की ओर से उसकी तलाश तेज की जाएगी और उसका पता लग सकेगा लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चल पाया है। अब उन्होंने शासन, प्रशासन व पुलिस विभाग से मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के परंदा गांव निवासी जगत बंधु जोशी (30) पुलिस संचार शाखा में एएसआई के पद पर कार्यरत थे। वह 10 जुलाई को अपने साथ के कुछ कर्मियों के साथ कोटेश्वर महादेव गए थे। यहां दर्शन के बाद वह नदी किनारे पहुंचे लेकिन पैर फिसलने से वह अलकनंदा नदी के तेज बहाव में बह गए। पुलिस ने जल पुलिस, एसडीआरएफ और अग्निशमन पुलिस की मदद से खोज की लेकिन बरसात में नदी का जलस्तर अधिक होने से उनका पता नहीं लग सका। घटना के चार दिन बाद पुलिस कर्मी के पिता मंगतराम जोशी रुद्रप्रयाग पहुंचे और राजस्व उप निरीक्षक में तहरीर दी थी लेकिन अभी तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। मंगतराम जोशी का कहना है कि जवान बेटे की खोज के लिए वह कई बार पुलिस के आला अधिकारियों से मिल चुके हैं लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने शासन, प्रशासन व पुलिस विभाग से मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
पौड़ी जिले के परंदा गांव निवासी मंगतराम जोशी व मंजू देवी की पांच संतानों में जगत बंधु जोशी चौथे नंबर के थे। वह बीते नौ वर्ष (2013) से रुद्रप्रयाग जिले में ही सेवा दे रहे थे। इसी वर्ष 2/3 मई को उनका विवाह हुआ था। परिवार में खुशियों का माहौल था। करीब डेढ़ माह की छुट्टी के बाद 18 जून को नवदंपति रुद्रप्रयाग पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने केदारनाथ यात्रा में भी ड्यूटी दी। वह अपने परिवार के अकेले कमाऊ थे। अब बीते चार माह से परिवार की स्थिति खराब है। माता-पिता और छोटे भाई का गुजारा राज्य आंदोलनकारी पेंशन से हो रहा है। बेटे की खोज को लेकर बुजुर्ग माता-पिता अपना गांव छोड़कर देहरादून में किसी परिचित के यहां रह रहे हैं। ताकि बेटे की खोज के लिए लगातार पुलिस अधिकारियों और सीएम से मिल सकें।
एएसआई जगत बंधु जोशी की खोज के हरसंभव प्रयास किए गए थे। तब नदी का जलस्तर अधिक होने के कारण सफलता नहीं मिल पाई थी। अब नदी का जलस्तर कम होने पर दोबारा खोज की जाएगी। एएसआई को लेकर विभागीय स्तर पर भी जांच चल रही है। संबंधित परिवार का पूरा सहयोग किया जाएगा। - डा. विशाखा अशोक भदाणे, पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग।