केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग को मास्टर प्लान के तहत मिनी टाउन के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है। यहां सुरक्षा सहित अन्य इंतजाम पुख्ता किए जाएंगे। यात्राकाल में ड्यूटी देने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के लिए आवास के साथ ही थाना भवन का निर्माण किया जाएगा। निर्माण कार्यों को लेकर तैयार की गई कार्ययोजना का प्रशासन की ओर से शासन में प्रस्तुतीकरण भी दिया जा चुका है।
सोन और मंदाकिनी नदी के किनारे बसा सोनप्रयाग, त्रियुगीनारायण सहित अन्य आसपास के गांवों का मुख्य बाजार है। आपदा के बाद से यहां से केदारनाथ यात्रा का संचालन हो रहा है। अब, इस कस्बे को मिनी टाउन के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है। यहां तीन मंजिला पार्किंग को और बेहतर किया जाएगा। साथ ही भव्य पार्क का निर्माण भी किया जाएगा, जिसमें योग, मेडिटेशन की सुविधा होगी। सोनप्रयाग में मास्टर प्लान के तहत होने वाले निर्माण कार्यों के साथ पुलिस सुरक्षा का दायरा बढ़ाया जाएगा, जिसमें कोतवाली को थाना में उच्चीकृत करते हुए भवन निर्माण भी शामिल है। यात्राकाल में ड्यूटी देने वाले पुलिस जवान, सेक्टर व सहायक सेक्टर मजिस्ट्रेट सहित अन्य विभागीय अधिकारी/कर्मचारियों के लिए आवास बनाए जाएंगे। साथ ही यहां साफ-सफाई, शौचालय, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, संचार, बैंक जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। मिनी टाउन की सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा दीवार के साथ जल निकासी के इंतजाम किए जाएंगे।
एलईडी स्क्रीन से मिलेगी यात्रा की जानकारी
सोनप्रयाग में बाजार के दोनों छोर पर दो अलग-अलग स्थानों पर भव्य एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, जिसमें केदारनाथ यात्रा से जुड़ा पलपल का अपडेट मिलता रहेगा। साथ ही केदारघाटी सहित केदारनाथ में मौसम के बारे में जानकारी मिलती रहेगी। ऐसे में सोनप्रयाग से एक समय में कितने यात्रियों को छोड़ना है इसकी व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी।
दोनों तरफ से सड़क से जोड़ने पर मंथन
रुद्रप्रयाग। गौरीकुंड हाईवे पर स्थित सोनप्रयाग को दूसरी तरफ से भी सड़क से जोड़ने के लिए प्रशासनिक स्तर पर मंथन चल रहा है। बीते वर्ष स्वीकृत चौमासी-रामबाड़ा-गौरीकुंड मोटर मार्ग से कस्बे को जोड़ने के लिए जल्द ही विशेषज्ञों के द्वारा सर्वेक्षण किया जाएगा।
सोनप्रयाग, केदारनाथ यात्रा का मुख्य पड़ाव है। इस कस्बे को मिनी टाउन के रूप में विकसित करने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है, जिसका प्रेजेंटेशन भी हो चुका है। यहां मास्टर प्लान के तहत कई निर्माण कार्य होने हैं, जिससे यात्रियों और यात्रा का संचालन करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। सोनप्रयाग को दो तरफा सड़क से जोड़ने के लिए भी विचार-विमर्श हो रहा है।
- मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग