आज हम ऐसे दौर में हैं जब हिंदी रंगमंच का दायरा लगातार सिकुड़ रहा है। ऐसे में आधुनिक हिन्दी साहित्य के लेखक, कवि, नाटककार और सामाजिक विचारक धर्मवीर भारती की तीन कालजयी कृतियों का मंचन इन दिनों साहित्य प्रेमियों के लिए खास है। तीनों कृतियों को अदाकारा इला अरुण ने नाटक की शक्ल दी और नाटक को नाम दिया गया-शब्द लीला। शब्द लीला का मंचन अन्तर्ध्वनि के बैनर तले हो रहा है और इसका निर्देशन मशहूर रंगकर्मी के के रैना कर रहे हैं।