कर्नाटक के कलाबुर्गी में एक ऐसी दरगाह है, जहां हर मजहब और हर जाति का इंसान दुआ के लिए जाता है। बताया जाता है कि ये दरगाह बाबा फकरुद्दीन की है। यहां ज्यादातर दिव्यांग या फिर पैरालिसिस के शिकार मरीज अपने इलाज और ठीक होने के मकसद से आते हैं। ऐसा माना जाता है कि बाबा फकरूद्दीन के दर पर आकर पैरालिसिस यानी लकवा से मुक्ति मिल जाती है। ये दरगाह इसलिए भी प्रसिद्ध है क्योंकि दरगाह के सामने ही एक मंदिर है, जिसकी देखरेख एक मुस्लिम व्यक्ति करता है। ये दरगाह अपने आप में धार्मिक सौहार्द की मिसाल है।