एक कायर आकर बम फोड़ गया
देश को बिलखता छोड़ गया
एक-एक आंसू, एक-एक कतरा
कीमत उसे चुकानी होगी
पाकिस्तानी आकाओं को
देश की ताकत दिखानी होगी
वो छेड़ेंगे हम तोड़ेंगे
न भूलेंगे न छोड़ेंगे
ये मंजर हमको याद रहेगा
ये मातम आंखों में कैद रहेगा
दुबके बैठे, छिपकर बैठे
आकाओं से कह दो जाके
वो दूर भगें, वो परे हटें
हम जोड़ बनाएं, वो घटे-घटें
वो कहते हैं बम फोड़ेंगे
वो छेड़ेंगे हम तोड़ेंगे
न भूलेंगे न छोड़ेंगे
आतंक का नंगा नाच दिखाकर
अबकी तुमने गुनाह किया है
भारत के गुस्से को आजमाकर
चिता का सामान जमा किया है
वो एक-एक कायर जोडेंगे
वो छेड़ेंगे हम तोड़ेंगे
न भूलेंगे न छोड़ेंगे
मेरे देश के वीर जवानों
कस लो मुट्ठी, मुक्का तानो
वो मार करें, तुम वार करो
वो एक बार करें, तुम सौ बार करो
अब आ गया वो वक्त जब
वो जान बचा कर दौड़ेंगे
वो छेड़ेंगे हम तोड़ेंगे
न भूलेंगे न छोड़ेंगे