एनजीटी के फैसले के बाद लम्बे समय से सूना पड़ा जंतर-मंतर एक बार फिर से देश के अन्नदाताओं की तकलीफ का गवाह बना। तमाम वादों के बावजूद दयनीय जिंदगी जीने को मजबूर देशभर से आए किसानों ने उसी रास्ते पर बैठकर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की, जिस रास्ते से होकर जन, गण , मन के अधिनायक सरकार चलाने संसद तक जाते हैं। देखिए, अमर उजाला टीवी संवाददाता बसंत कुमार की ये खास रिपोर्ट।