अपने तर्क काम न आये, तो स्कूल का सहारा लिया प्रीति ने
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अमर उजाला ब्यूरो, श्रावस्ती Updated Mon, 12 Nov 2018 02:15 PM IST
स्कूल में हुई चर्चा के आधार पर जब दोबारा प्रीति ने मां से बात की तो बाल विवाह के खतरे और उससे उन्हीं की बेटी के जीवन पर आने वाले संकट की बात उनके गले उतर गई।
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