दीपावली के बाद कार्तिक मास की प्रतिपदा को मनाया जाता है गोवर्धन का पर्व। इस दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने देवराज इंद्र के घमंड को तोड़ा था। गोवर्धन पर्वत के साथ ही कार्तिक मास की प्रतिपदा को गाय की भी पूजा की जाती है जिन्हें कामधेनु यानी सभी कामनाओं को पूरी करनेवाली बताया गया है साथ ही होती है अन्नकूट की भी पूजा।