बिहार के एक छोरे ने मोतीहारी से मुंबई तक का सफर तो तय किया लेकिन मुंबई ने उसके सपनों का मुकाम उसे नहीं बख्शा। ऐसे में उस बिहारी छोरे के पार दो रास्ते थे एक वापिस मोतीहारी आने का था और दूसरा संघर्ष का। बिहारी छोरे ने संघर्ष चुना और आज हॉलीवुड में झंडा गाढ़ दिया।