फुकुशिमा परमाणु आपदा से आज तक जापान जूझ रहा है। लेकिन क्या जापान फुकुशिमा त्रासदी से बच सकता था। ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि फुकुशिमा अदालत ने साल 2011 में हुई इस त्रासदी के लिए जापान सरकार और टेपेको यानी ऊर्जा संयंत्र संचालक टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है और आदेश दिया है कि ये दोनों स्थानीय निवासियों को हुई क्षति की भरपाई करें। अदालत ने 50 करोड़ येन यानी 44 लाख डॉलर का भुगतान करने के निर्देश दिए जो अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है। इस रिपोर्ट में हम आपको बताते है फुकुशिमा त्रासदी के बारे में। कैसे इस त्रासदी ने जापान की आबोहवा में जहर खोल दिया।