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United Nations report says significant reductions In cases of HIV infection in India
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भारत में एचआईवी संक्रमण के मामलों में भारी कमी: यूएन रिपोर्ट
एजेंसी, यूएन
Updated Fri, 20 Jul 2018 05:59 PM IST
सांकेतिक चित्र
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भारत में एचआईवी संक्रमण के नए मामले, एड्स के कारण मौत और एचआईवी संक्रमित लोगों की संख्या वर्ष 2010 से 2017 के बीच घटी है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में इसका श्रेय सतत एवं केंद्रित प्रयास को दिया गया है।
एड्स पर संयुक्त राष्ट्र की संयुक्त एजेंसी (यूएनएड्स) की ‘माइल्स टू गो- क्लोजिंग गैप्स, ब्रेकिंग बैरियर्स, राइटिंग इन्जस्टिसेज’ नाम की इस रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। इसमें कहा गया है कि एशिया और प्रशांत क्षेत्रों ने एचआईवी के खिलाफ प्रभावी कदम उठाए हैं।
वर्ष 2010 से 2017 के बीच आबादी तक पहुंच के सतत और केंद्रित प्रयासों के कारण कंबोडिया, भारत, म्यांमार, थाईलैंड और वियतनाम में एचआईवी संक्रमण के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर एचआईवी के नए संक्रमण में उतनी तेजी से कमी नहीं आ रही। इसके अतिरिक्त पाकिस्तान और फिलीपींस में यह संक्रमण फैल रहा है।
सात साल में 32 हजार मामले हुए कम
भारत में वर्ष 2010 में एचआईवी संक्रमण के 1,20,000 मामले थे जो वर्ष 2017 में घटकर 88,000 रह गए। इसी अवधि में एड्स के कारण होने वाली मौत 1,60,000 से घटकर 69,000 रह गई। जबकि एचआईवी संक्रमित लोगों की संख्या 23,00,000 से घटकर 21,00,000 रह गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने विशेष सुरक्षा रणनीति, नीति या रूपरेखा बनाई और इसे लागू किया।
भारत में एचआईवी संक्रमण के नए मामले, एड्स के कारण मौत और एचआईवी संक्रमित लोगों की संख्या वर्ष 2010 से 2017 के बीच घटी है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में इसका श्रेय सतत एवं केंद्रित प्रयास को दिया गया है।
एड्स पर संयुक्त राष्ट्र की संयुक्त एजेंसी (यूएनएड्स) की ‘माइल्स टू गो- क्लोजिंग गैप्स, ब्रेकिंग बैरियर्स, राइटिंग इन्जस्टिसेज’ नाम की इस रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। इसमें कहा गया है कि एशिया और प्रशांत क्षेत्रों ने एचआईवी के खिलाफ प्रभावी कदम उठाए हैं।
वर्ष 2010 से 2017 के बीच आबादी तक पहुंच के सतत और केंद्रित प्रयासों के कारण कंबोडिया, भारत, म्यांमार, थाईलैंड और वियतनाम में एचआईवी संक्रमण के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर एचआईवी के नए संक्रमण में उतनी तेजी से कमी नहीं आ रही। इसके अतिरिक्त पाकिस्तान और फिलीपींस में यह संक्रमण फैल रहा है।
सात साल में 32 हजार मामले हुए कम
भारत में वर्ष 2010 में एचआईवी संक्रमण के 1,20,000 मामले थे जो वर्ष 2017 में घटकर 88,000 रह गए। इसी अवधि में एड्स के कारण होने वाली मौत 1,60,000 से घटकर 69,000 रह गई। जबकि एचआईवी संक्रमित लोगों की संख्या 23,00,000 से घटकर 21,00,000 रह गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने विशेष सुरक्षा रणनीति, नीति या रूपरेखा बनाई और इसे लागू किया।
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