ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया प्रांत के एक रेस्त्रां में एक भारतीय पर हुए हमले की आस्ट्रेलिया ने निंदा की है। ऑस्ट्रेलियाई दूतावास ने एक बयान जारी कर कहा है कि होबार्ट में भारतीय मूल के टैक्सी चालक पर हमले की निंदा करता हूं। साथ ही कहा कि इंडियन चालक को मामूली चोटें आईं हैं और उन्हें अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
गौरतलब है कि आस्ट्रेलिया में एक भारतीय पर हमला हुआ था । उस पर कथित तौर पर नस्लीय टिप्पणियां भी की गईं। भारतीय पर युवाओं के एक ग्रुप ने हमला किया जिसमें एक लड़की भी शामिल थी। यह घटना मेलबर्न के एक चर्च में भारतीय कैथोलिक पादरी को गले में चाकू मार देने की घटना के एक हफ्ते बाद हुई है
ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग ने कहा कि तास्मानिया पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पुलिस ऐसे हमलों को गंभीरता से लेती है। ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि हमारे देश में रहनेवाले हर नागरिक उनमें भारतीय समुदाय के लोग भी शामिल हैं, उन हर लोगों की सुरक्षा देना हमारी जिम्मेदारी है। नस्लीय हमले को लेकर ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि भारतीय ड्राइवर पर हमला नस्लीय था या नहीं, ये जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
केरल के कोट्टायम के रहने वाले ली मैक्स जॉय यहां से नर्सिंग का कोर्स कर रहे हैं और पार्ट टाइम में टैक्सी चलाते हैं। उनका आरोप है कि नार्थ होबार्ट में स्थित मैकडोनाल्ड रेस्त्रां में पांच लोगों के ग्रुप ने उन पर नस्ली टिप्पणियां कीं। इनमें एक लड़की भी शामिल है। पुथुपल्ली के रहने वाले 33 साल के जॉय ने बताया कि यह घटना तब हुई जब वह रेस्त्रां में कॉफी पीने गए थे। उसने बताया कि पांच लोग रेस्त्रां के एक कर्मचारी के साथ बहस कर रहे थे फिर अचानक उन्हें देखने पर उनकी ओर मुड़ गए।
जब रेस्त्रां में मौजूद लोगों ने पुलिस को फोन किया तो वे चले गए। कुछ देर बाद वे लौटे और उन पर हमला किया। जख्म होने के चलते जॉय को रॉयल होबार्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि बाद में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई। इसके बाद उन्होंने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई।
उन्होंने बताया, ‘हमलावर मैकडोनाल्ड के स्टॉफ से नाराज थे लेकिन पहले कार पार्क और फिर स्टोर के अंदर मुझसे भिड़ गए।’ आठ साल से ऑस्ट्रेलिया में रह रहे जॉय ने मीडिया को बताया, ‘निश्चित रूप से नस्ली मनोदशा बदल रही है। कई दूसरे ड्राइवरों को भी अपशब्द कहे जाते हैं लेकिन हर कोई पुलिस में शिकायत नहीं करता।’
जॉय ने विदेश मंत्रालय से इस मामले में हस्तक्षेप कर आरोपी की सजा सुनिश्चित कराने की मांग की है। उसका आरोप है कि वहां के अधिकारियों ने दोषियों को सजा देने के लिए गंभीर प्रयास नहीं किए। इस बीच, कोट्टायम से लोकसभा सांसद जोस के मणि ने इस घटना की निंदा की है और कहा कि वह इस मामले को सोमवार को विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया प्रांत के एक रेस्त्रां में एक भारतीय पर हुए हमले की आस्ट्रेलिया ने निंदा की है। ऑस्ट्रेलियाई दूतावास ने एक बयान जारी कर कहा है कि होबार्ट में भारतीय मूल के टैक्सी चालक पर हमले की निंदा करता हूं। साथ ही कहा कि इंडियन चालक को मामूली चोटें आईं हैं और उन्हें अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
गौरतलब है कि आस्ट्रेलिया में एक भारतीय पर हमला हुआ था । उस पर कथित तौर पर नस्लीय टिप्पणियां भी की गईं। भारतीय पर युवाओं के एक ग्रुप ने हमला किया जिसमें एक लड़की भी शामिल थी। यह घटना मेलबर्न के एक चर्च में भारतीय कैथोलिक पादरी को गले में चाकू मार देने की घटना के एक हफ्ते बाद हुई है
ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग ने कहा कि तास्मानिया पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पुलिस ऐसे हमलों को गंभीरता से लेती है। ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि हमारे देश में रहनेवाले हर नागरिक उनमें भारतीय समुदाय के लोग भी शामिल हैं, उन हर लोगों की सुरक्षा देना हमारी जिम्मेदारी है। नस्लीय हमले को लेकर ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि भारतीय ड्राइवर पर हमला नस्लीय था या नहीं, ये जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
केरल के कोट्टायम के रहने वाले ली मैक्स जॉय यहां से नर्सिंग का कोर्स कर रहे हैं और पार्ट टाइम में टैक्सी चलाते हैं। उनका आरोप है कि नार्थ होबार्ट में स्थित मैकडोनाल्ड रेस्त्रां में पांच लोगों के ग्रुप ने उन पर नस्ली टिप्पणियां कीं। इनमें एक लड़की भी शामिल है। पुथुपल्ली के रहने वाले 33 साल के जॉय ने बताया कि यह घटना तब हुई जब वह रेस्त्रां में कॉफी पीने गए थे। उसने बताया कि पांच लोग रेस्त्रां के एक कर्मचारी के साथ बहस कर रहे थे फिर अचानक उन्हें देखने पर उनकी ओर मुड़ गए।
जब रेस्त्रां में मौजूद लोगों ने पुलिस को फोन किया तो वे चले गए। कुछ देर बाद वे लौटे और उन पर हमला किया। जख्म होने के चलते जॉय को रॉयल होबार्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि बाद में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई। इसके बाद उन्होंने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई।
उन्होंने बताया, ‘हमलावर मैकडोनाल्ड के स्टॉफ से नाराज थे लेकिन पहले कार पार्क और फिर स्टोर के अंदर मुझसे भिड़ गए।’ आठ साल से ऑस्ट्रेलिया में रह रहे जॉय ने मीडिया को बताया, ‘निश्चित रूप से नस्ली मनोदशा बदल रही है। कई दूसरे ड्राइवरों को भी अपशब्द कहे जाते हैं लेकिन हर कोई पुलिस में शिकायत नहीं करता।’
जॉय ने विदेश मंत्रालय से इस मामले में हस्तक्षेप कर आरोपी की सजा सुनिश्चित कराने की मांग की है। उसका आरोप है कि वहां के अधिकारियों ने दोषियों को सजा देने के लिए गंभीर प्रयास नहीं किए। इस बीच, कोट्टायम से लोकसभा सांसद जोस के मणि ने इस घटना की निंदा की है और कहा कि वह इस मामले को सोमवार को विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाएंगे।