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दार्चूला में बुधवार को हुई भारत नेपाल सीमा समन्वय समिति की बैठक के दौरान दोनों देशों ने महाकाली नदी को उसके मूल प्रवाह में बहने देने पर सहमित जताई। दार्चूला के मुख्य जिला अधिकारी ने कहा कि समन्वय बैठक के दौरान अस्थायी बांध को तार की जाली से हटाने और नदी को प्राकृतिक तरीके से बहने पर सहमति व्यक्त की।
उन्होंने बताया कि इससे पहले भारत द्वारा महाकाली नदी के प्रवाह को नेपाल की तरफ मोड़ने और अस्थायी तटबंध बनाने के बाद क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया था। तटबंध निर्माण को लेकर हुए विवाद के बाद नेपाल ने मंगलवार को भारत को एक डिप्लोमैटिक नोट भेजा। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने पुष्टि करते हुए कहा कि भारतीय दूतावास के माध्यम से एक राजनयिक नोट भारत भेजा गया था। सूत्रों ने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने तटबंध क्षेत्र का निरीक्षण किया है।
दार्चूला के मुख्य जिला अधिकारी दीर्घराज उपाध्याय, सशस्त्र पुलिस बल धारचूला के डंबर बिष्ट, नेपाल पुलिस के तारकराज पांडे और महाकाली नदी नियंत्रण परियोजना के कार्यवाहक प्रमुख करण सिंह धामी ने नेपाल का प्रतिनिधित्व किया। भारत की तरफ से डीएम रीना जोशी और एसडीएम दिबेश मुन्नी बैठक में मौजूद रहे।